"Bollinger bands (BB) consist of three lines - upper, middle and lower band. The middle band is the moving average line which acts as a trend indicator. The upper and lower bands are a measure of volatility determining upside and downside of the trend."
The distance between these bands widen with large volatile price movements and narrow during small price changes.
Bollinger Bands helps a trader to:
- establish the direction of the trend
- identify potential reversals and pullbacks
- monitor volatility in price movement
How does BB work?
- When the stock breaks through the upper band (resistance level), Buy signal is generated. When the stock breaks through the lower band (support level), Sell signal is generated. However, if prices immediately move back inside the band, then the suggested signal is negated.
- When the distance between the bands tighten during a period of low volatility, it raises the likelihood of a sharp price move in either direction
- When the distance between the bands widen by an unusual large amount, volatility increases, it indicates end of an existing trend
In the above 30 min chart of MCX crude oil, BBs tighten with sideways movement in price indicating period of low volatility. A Buy signal is then generated with prices crossing and closing above the upper band and followed by a big rally upwards.
Day Trading with BB in Uptrends
- BBs help assess how strongly the stock is rising (uptrend) and when is it losing strength or reversing
Guidelines for using BB in Uptrend
- When the price is in strong uptrend, it touches or runs along the upper band during impulse waves higher. If the price fails to do that it implies that uptrend may be losing its momentum.
- During an uptrend at certain period of times prices will drop, this is called pullbacks. If the price is moving up strongly then the pullback lows will typically occur near or above the middle band. If the pullback stalls near the middle line, it shows buying strength.
Tip - When the price is in a strong uptrend it shouldn't touch the lower band. If it does that's a warning sign for a reversal
Day Trading with BB in Downtrends
- BBs help assess how strongly the stock is falling (downtrend) and when is it strengthening (to the upside) or reversing
Guidelines for using BB in Downtrend
- When the price is in a strong downtrend it will typically touch or run along the lower band during impulse waves lower. When it fails to do that it shows the downtrend may be losing momentum.
- During a downtrend at certain period of times prices may rise, this is called pullbacks. If the price is moving down strongly then the pullback highs will typically occur near or below the middle band. If the pullback stalls the prices near the middle line, it shows selling strength.
Tip -When the price is in a strong downtrend it shouldn't touch the upper band. If it does that's a warning sign for a reversal
In the above 1 hour chart of MCX copper, we see a downtrend in prices followed by a pullback. The pullback makes a high near the middle line which signifies further strength in the downtrend. As indicated in the chart, downtrend continues and pullback is followed by a further fall in prices.
Identifying Trend Reversals with BB
- If the price is in an uptrend, and continuously hitting the upper band (and not the lower band), when the price hits the lower band it could signal that a reversal has commenced. If the price rallies again, it is likely it won't be able to reach the upper band or the recent price high.
- If the price is in downtrend and continuously hitting the lower band (and not the upper band), when the price hits the upper band it could signal that a reversal has commenced. If the price declines again, it is likely it won't be able to reach the lower band or the recent price low.
Things to Remember about Bollinger Bands
- Volatility - BBs are great tool to understand how wildly stock moves from peaks (high) to valleys (low)
- Beware of Tight Bands - Low Volatility signifies the quiet before the storm
- Use Default Settings - Generally 20 moving average and 2 standard deviations works well
- Riding the Bands - Riding the bands work, but remember markets only trend about 20% of the time. More money can be made between the bands
- Pull Back to SMA - Identify strong trends and buy on pullback to SMA
- Validate Trade Signals - Confirm buy & sell signals with other indicators like RSI, MACD, trendlines to avoid losses
- What time frames work best with BB? - BBs work well on all chart time frames, however longer time frames like 1 hour and 4 hour charts give better signals
बोलिंगर बैंड में तीन लाइनें शामिल हैं - ऊपरी, मध्यम और निचला बैंड। मध्य बैंड मूविंग एवरेज रेखा है जो प्रवृत्ति (ट्रेंड) संकेतक के रूप में कार्य करता है। ऊपरी और निचला बैंड परिवर्तनशीलता (वोलैटिलिटी) का एक प्रमाण है, जो प्रवृत्ति के ऊपर और नीचे की ओर के पक्ष का निर्धारण करते हैं।
इन बैंडों के बीच की दूरी बड़ी मात्रा में कीमत की गति के साथ चौड़ी होती है और कीमतों में कम परिवर्तन के दौरान संकीर्ण होती है।
बोलिन्जर बैंड एक व्यापारी की मदद कैसे करता है:
- प्रवृत्ति (ट्रेंड) की दिशा स्थापित करने के लिए
- संभावित रिवर्सल और पुलबैक की पहचान करने के लिए
- मूल्य गति में अस्थिरता की निगरानी के लिए
बोलिन्जर बैंड कैसे काम करता है?
- जब ऊपरी बैंड (प्रतिरोध स्तर) के माध्यम से शेयर ऊपर जाता है, तो खरीदने का सिग्नल उत्पन्न होता है। जब निचले बैंड (समर्थन स्तर) के माध्यम से शेयर निचे जाता है, तो बेचने का सिग्नल उत्पन्न होता है। हालांकि, अगर कीमत तुरंत बैंड के अंदर वापस चली जाती हैं, तो सुझाए गए संकेत/सिग्नल अस्वीकृत हो जाता है।
- जब बैंड्स के बीच की दूरी कस्ती है, तो यह दिशा में तेज कीमत की गति की संभावना बढ़ाता है।
- जब बैंड्स के बीच की दूरी बड़ी मात्रा से बढ़ती है, तो यह एक मौजूदा प्रवृत्ति का अंत बताती है।
ऊपर दिए गए MCX के तेल के 30 मिनट के चार्ट में, बोलिंगर बैंड्स कीमतों में कम बदलाव के साथ कस्ते है, जो की कम अस्थिरता की अवधि का संकेत देते हैं। खरीदने का सिग्नल बनता है जब कीमतें ऊपरी बैंड को पार करके उसके ऊपर बंद होती है और इसके बाद एक बड़ी रैली ऊपर की तरफ बढ़ जाती है।
अपट्रेंड में बोलिन्जर बैंड के साथ डे ट्रेडिंग
- बोलिन्जर बैंड्स यह आकलन करने में सहायता करते हैं कि स्टॉक कितनी तेजी से बढ़ रहा है (अपट्रेंड) और कब यह ताकत खो रहा है या पीछे हो रहा है।
अपट्रेंड में बोलिन्जर बैंड का इस्तेमाल करने के लिए दिशानिर्देश
- जब कीमतें मजबूत अपट्रेंड में होती हैं, तो वह ऊपरी बैंड को चुकार या उसके साथ चलती है। यदि कीमतें ऐसा करने में विफल होती है तो इसका मतलब है कि अपट्रेंड उसकी गति खो रही है।
- अपट्रेंड के दौरान, कुछ समय के लिए कीमतें घट जाती हैं, इसे पुलबैक कहा जाता है।अगर कीमतें बढ़ती जा रही हैं तो पुलबैक का चढ़ाव आम तौर पर मध्य बैंड के पास होता है। यदि मध्य रेखा के पास पुलबैक रुक जाता है, तो यह आगे और तेजी का संकेत है।
टिप - जब कीमतें मजबूत अपट्रेंड में है, तो उन्हें निचले बैंड को नहीं छूना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो यह रिवर्सल का चेतावनी संकेत है।
डाउनट्रेंड में बोलिन्जर बैंड के साथ डे ट्रेडिंग
- बोलिन्जर बैंड्स यह आकलन करने में सहायता करते हैं कि स्टॉक कितनी तेजी से गीर रहा है (डाउनट्रेंड) और कब यह मजबूत हो रहा है (ऊपर जाने के लिए) या रिवर्स हो रहा है।
डाउनट्रेंड में बोलिन्जर बैंड का इस्तेमाल करने के लिए दिशानिर्देश
- जब कीमतें मजबूत डाउनट्रेंड में होती हैं, तो वह निचले बैंड को चुकार या उसके साथ चलती है। यदि कीमतें ऐसा करने में विफल होती है तो इसका मतलब है कि डाउनट्रेंड उसकी गति खो रही है।
- डाउनट्रेंड के दौरान, कुछ समय के लिए कीमतें ऊपर जाती हैं, इसे पुलबैक कहा जाता है।अगर कीमतें घटती जा रही हैं तो पुलबैक का चढ़ाव आम तौर पर मध्य बैंड के पास होता है। यदि मध्य रेखा के पास पुलबैक रुक जाता है, तो यह आगे और मंदी का संकेत है।
टिप - जब कीमतें मजबूत डाउनट्रेंड में है, तो उन्हें ऊपरी बैंड को नहीं छूना चाहिए। यदि ऐसा होता है तो यह रिवर्सल का चेतावनी संकेत है।
ऊपर दिए गए MCX तांबा के 1 घंटे के चार्ट में, हम डाउनट्रेंड के बाद कीमतों में एक पुलैक देखते हैं। पुलैक मध्य रेखा के पास एक उच्च (हाई) बनाता है जो डाउनटाइंड में और ताकत का प्रतीक है। जैसा कि चार्ट में बताया गया है, डाउनट्रेंड जारी रेहता है और पुलबैक के बाद कीमतों में और गिरावट आती है।
बोलिन्जर बैंड के साथ ट्रेंड रिवर्सल की पहचान कैसे करें
- यदि कीमत ऊपर की ओर बढ़ रही है, और ऊपरी बैंड को (और निचले बैंड को नहीं) लगातार छूते समय, जब कीमत निचले बैंड को हिट करती है तो यह संकेत दे सकता है कि उत्क्रमण (रिवर्सल) शुरू हो गया है।
- यदि कीमत डाउनट्रेन्ड में है और निचले बैंड (और ऊपरी बैंड नहीं) को लगातार छू रही है, तो जब कीमत ऊपरी बैंड को हिट करती है तो यह संकेत है कि उत्क्रमण (रिवर्सल) शुरू हो गया है
बोलिंगर बैंड के बारे में याद रखने की विशेषताएं
- अस्थिरता - बोलिंगर बैंड यह समझने के लिए बहुत अच्छा उपकरण हैं कि स्टॉक कैसे चोटियों की चपेटों (उच्च) से घाटियों (कम) तक चलता है
- चुस्त बैंडों से सावधान रहना - कम अस्थिरता तूफान से पहले शांति का प्रतीक है
- चार्ट पर डिफ़ॉल्ट सेटिंग्स का उपयोग करें - आम तौर पर 20 मूविंग एवरेज और 2 मानक विचलन अच्छी तरह से काम करता है
- बैंड की सवारी - बैंड की सवारी करते हुए ट्रेड करना लाभदायक होता है, लेकिन याद रखना कि बाजार केवल 20% समय ही ट्रेंड में रेहता है। अधिक पैसा बैंड के बीच बनाया जा सकता है
- व्यापार सिग्नल मान्य करें - आरएसआई, एमएसीडी जैसे अन्य संकेतकों के साथ खरीदने और बेचने के संकेत की पुष्टि करें, नुकसान से बचने के लिए
- बोलिन्जर बैंड्स कौनसे चार्ट पर सबसे अछि तरह काम करते हैं? - बोलिंगर बैंड सभी चार्ट समय पर अच्छी तरह से काम करते हैं, हालांकि 1 घंटे और 4 घंटे के चार्ट पर बेहतर संकेत देते हैं